Thursday, June 5, 2014

पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन नीति

पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को कहा कि और अधिक पारदर्शिता लाने के लिए पर्यावरण संबंधी स्वीकृतियां ऑनलाइन ली जाएंगी।
अब पर्यावरण मंत्रालय से मंजूरी लीजिए ऑनलाईन
जावड़ेकर ने कहा, 'विचारणीय विषयों और पर्यावरण स्वीकृति के प्रस्ताव के लिए ऑनलाइन सेवा प्रणाली आज से प्रभावी है। 25 दिन तक ऑनलाइन और हार्ड कॉपी दोनों तरह से प्रस्ताव दिए जा सकते हैं।' 

उन्होंने कहा, 'किन्तु 1 जुलाई से यह पूरी तरह ऑनलाइन होगा। यह पारदर्शिता का शुभारम्भ है। अब किसी को कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाना होगा और अपने प्रस्ताव ऑनलाइन जमा कर सकते हैं।'

जावड़ेकर ने कहा कि उन्होंने मंत्रालय का कामकाज संभालते समय घोषणा की थी कि और अधिक पारदर्शिता के लिए प्रणाली को ऑनलाइन बनाया जाएगा।

वह विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह के बीच बात कर रहे थे।

मंत्री ने कहा कि भारत को जलवायु परिवर्तन पर हो रही चर्चा में 'खलनायक' की भाँति नहीं प्रस्तुत करना चाहिए, बल्कि इस चर्चा को नई दिशा दी जानी चाहिए।

उन्होंने अपने मंत्रालय और जनता के बीच सार्थक संवाद पर बल देते हुए कहा कि हम भिन्न -
भिन्न स्थानों पर लोगों से भेंट जारी रखेंगे।
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
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शपथ ग्रहण का प्रथम दिवस

संसद भवनआज लोकसभा में सांसदों का शपथ ग्रहण का प्रथम दिवस, अनेक विशेषताओं  से भरा था।  एक दिन में शपथ लेने वाले सांसदों की संख्या 510 की दृष्टी से अथवा हिंदी संस्कृत में शपथ लेने की बात हो, नई परंपरा आरम्भ हुई। शेष बंगाल के सांसद कल संसद में शपथ ग्रहण करेंगे।
लोकसभा के सांसद के रूप में देवभाषा संस्कृत में शपथ ले उसके संरक्षण और संवर्धन की ओर एक छोटी पहल की। संस्कृत न केवल देवभाषा है अपितु भारत की अधिकतम भाषाओँ की जननी भी है और भारतीय सभ्यता और संस्कृति का मूल आधार है।
लोकसभा में संस्कृत भाषा में शपथ लेने पर सांसद श्रीमती सुषमा स्वराज,डा. हर्षवर्धन,श्रीमती उमा भारती,श्री प्रवेश साहिब सिंह,श्री महेश गिरि और श्रीमती मीनाक्षी लेखी का हार्दिक अभिनंदन|
लोकसभा के सांसद के रूप में देवभाषा संस्कृत में शपथ ले उसके संरक्षण और संवर्धन की ओर एक छोटी पहल की। संस्कृत न केवल देवभाषा है अपितु भारत की अधिकतम भाषाओँ की जननी भी है और भारतीय सभ्यता और संस्कृति का मूल आधार है।
लोकसभा में संस्कृत भाषा में शपथ लेने पर सांसद श्रीमती सुषमा स्वराज,डा. हर्षवर्धन,श्रीमती उमा भारती,श्री प्रवेश साहिब सिंह,श्री महेश गिरि और श्रीमती मीनाक्षी लेखी का हार्दिक अभिनंदन|
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सरकारी कार्यालयों का समय

प्रात: 9 से 7 बजे तक होंगे, केंद्र के सरकारी कार्यालयों का समय!
-मोदी की सरकार में केंद्रीय कर्मचारियों, प्रात: 9 से सायं 7 बजे तक काम करना पड़ पड़ेगा। शनिवार की छुट्टी भी समाप्त  हो जाएगी, साथ ही काम के घंटे भी बढ़ सकते हैं।
केंद्र सरकार ने काम की गति बढ़ाने और समय पर पूरा करने के उद्देश्य से मंत्रालयों और विभागों में वर्तमान कार्यप्रणाली को पूरी तरह बदलने की पहल की है। सूत्रों के अनुसार, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग को इसके लिमंत्रिमंडल आसंधि 'नोड' तैयार करने को कहा गया है और संसद सत्र के तुरंत बाद इसे मं मं की स्वीकृति मिल सकती है। इस बारे में मंगलवार को नरेंद्र मोदी सभी सचिवों से विचार करने वाले थे, किन्तु गोपीनाथ मुंडे के निघन के कारण बैठक नहीं हो सकी।
इन प्रस्तावों पर विचार
> रविवार को छुट्टी हो और शनिवार को सभी मंत्रालय और विभाग खुले रहें।
> कार्यालय का कामकाज प्रात: 8 बजे से सायं 4 बजे तक हो।
> कार्यालय 8 से 6 हो और 'लंच' दो घंटे का हो, जिसमें कर्मियों को आराम मिले।
> कार्यालय का कामकाज प्रात: 9 बजे से लेकर सायं 7 बजे तक चलता रहे।
> जब तक आदेश नहीं होता, तब तक सभी सचिवों को मौखिक निर्देश से शनिवार को कार्यालय आना होगा। 
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विकास का दर्पण,

आओ, चले विकास की ओर, विकास का दर्पण, के संग।

नरेन्द्र मोदी ने विकास किया गुजरात में, भारत की जनता ने विश्वास किया; नकारात्मक मीडिया के दुष्प्रचार के बाद भी। केंद्र में भाजपा अपने बलबूते सत्ता में आई प्रमुख एजेंडा विकास। न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।  इनके 45 मंत्री समूह के मंत्रालय क्या कार्य कर रहे है, इस पर दृष्टी रखते;आओ, चले विकास की ओर,  विकास सबका, हर पल -हर छोर,  विकास का दर्पण, के संग।
देश की जड़ों से जुड़ें, जागें और जगाएं; विश्व कल्याणार्थ भारत को विश्व गुरु बनाएं। 
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, तब पायें - नकारात्मक बिकाऊ मीडिया का सकारात्मक राष्ट्रवादी व्यापक सार्थक विकल्प, युगदर्पण मीडियासमूह YDMS. 30 Blogs विविध, + पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार।  
यदि आप भी मुझसे जुड़ना चाहते हैं, तो आपका हार्दिक स्वागत है, संपर्क करें औऱ अपने सम्पर्क सूत्र सहित बताएं, कि आप किस प्रकार व किस स्तर पर कार्य करना चाहते हैं, तथा कितना समय देना चाहते हैं ? आपका आभार अग्रेषित है। -तिलक सं 9911111611, 7531949051. 9911383670, 9999777358 The mirror of Development, আয়না উন্নয়ন, અરીસાની વિકાસ, ಕನ್ನಡಿಯ ಅಭಿವೃದ್ಧಿ, विकासासाठी प्रतिबिंब, ਵਿਕਾਸ ਦਾ ਦਰ੍ਪਣ, கண்ணாடி அபிவிருத்தி,  అద్దం అభివృద్ధి, ترقی کا عکس  , 反射镜的发展, Développement du miroir, Entwicklung des Spiegel, Entwicklung des Spiegel, ミラーの開発, Развитие зеркало, Desarrollo del espejo, Dezvoltare a oglinzii, Толин тусгал хөгжил, 
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Wednesday, June 4, 2014

स्वास्थ्य मंत्री का जीवन सुरक्षा अभियान

सुरक्षा पेटी 'सीट बैल्‍ट' का उपयोग श्री गोपीनाथ मुंडे के प्राण बचा सकता था
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन
केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के अनुसार कर में सुरक्षा पेटी का उपयोग श्री गोपीनाथ मुंडे के प्राण बचा सकता था। डॉ. हर्षवर्धन ने दिवंगत ग्रामीण विकास मंत्री की अंत्‍येष्टि में सम्मिलित होने के लिए बीड, महाराष्‍ट्र प्रस्थान करने से पूर्व कहा ‘अधिकांश लोग मानते हैं कि कार में पिछली सीट पर लगाई गयी पेटी, केवल सजावट के उद्देश्‍य से लगाई जाती है। मैंने मात्र इस एक भ्रांन्ति के चलते अपना मित्र खो दिया है। वास्‍तव में अगली सीटों की पेटी की भांति पिछली सीट पर पेटी लगाना भी अनिवार्य होता है। किसी अप्रिय स्थिति में यह जीवन बचाने का कारण हो सकती है।’
      मंगलवार को श्री गोपीनाथ मुंडे का निधन एक दुर्घटना के कारण हो गया था। लाल बत्‍ती को पार कर एक कार ने श्री मुंडे की कार को टक्‍कर मार दी थी। इस दुर्घटना से उनकी कार को तो अधिक क्षति नहीं पहुंची, किन्तु कार को लगे तेज धक्‍के के कारण श्री मुंडे की गर्दन के जोड़ और उनकी रीढ़ की हड्डी को गंभीर चोट पहुंची, जिसके कारण मस्तिष्‍क को रक्त की आपूर्ति बाधित हुई और तत्‍काल उनकी हृदय गति और सांस रुक गयी। इसके अतिरिक्त उनका यकृत (जिगर) भी फट गया था और इसमें से रक्त बह रहा था। देश ने एक महत्‍वपूर्ण जननेता और समर्थ मंत्री खो दिया है। 
अगस्‍त, 1997 में ऐसी ही एक दुर्घटना में ब्रिटेन की प्रिंसेस डायना के प्राण चले गए। उनकी द्रुतगति कार पेरिस में एक भूमिगत सुरंग में खम्‍भे से टकरा गई थी। 2007 में ऐसी ही एक दुर्घटना में, दिल्‍ली के पूर्व मुख्‍यमंत्री साहिब सिंह वर्मा की कार की ट्रक से हुई टक्‍कर के कारण निधन हो गया था। आज मैं उन अनेक लोगों के दु:ख को अनुभव कर पा रहा हूं जो सुरक्षा पेटी की आवश्‍यकता को अस्वीकरण से कार दुर्घटना में अपने प्रिय जनों को खो देते हैं। 
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय का अभियान
      डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्रालय गाड़ी चलाते समय सुरक्षा नियमों की अनदेखी करने वाले लोगों को, जागृत करने की पहल करेगा।
      स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि सुरक्षा के बारे में स्‍वयं सेवी संगठनों के सहयोग से मल्‍टी मीडिया अभियान चलाने पर विचार किया जा रहा है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा ‘’ मुख्‍य ध्‍यान प्रत्‍यक्ष रूप से दुर्घटना के शिकार अथवा उन बच्‍चों पर दिया जायेगा, जिन्‍हें अभिभावक पिछली सीट पर बैठाते है अथवा जिनकी पर्याप्‍त देखभाल नहीं की जाती। बच्‍चे गलत लोगों का अनुकरण भी कर सकते हैं।
      स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि गलत ढ़ग से अथवा अंधाधुंध गाड़ी चलाने वाले लोगों का अनुकरण करने की बजाय बच्‍चों को सही ढ़ग से जीवन जीना सिखाना चाहिए। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि यह चिंता की बात है कि विश्व के अन्‍य देशों की तुलना में भारत में युवा वर्ग आजकल सुरक्षा पेटी और सुरक्षा टोपी (मोटरबाइक चलाते समय) लगाने में रूचि नहीं लेते। अनुसंधान से पता चला है कि विशेषकर महिला चालकों और मोटरसाइकिल चालकों, विशेषकर से पिछली सीट पर बैठी महिलाओं में यह रूझान बहुत अधिक देखा गया है। 
      डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, ‘’ मैं कार और बाइक चालकों को सुरक्षा के बारे में जागरूक करने के लिए देशभर में पैट्रोल डीलर एसोसियशन का सहयोग चाहता हूं। डॉ. हर्षवर्धन ने जनता से अपील करते हुए कहा, ‘’ आइये गोपीनाथ मुंडे की त्रासदी को क्रांतिकारी परिवर्तन के रूप में लें।‘’
      उन्‍होंने कहा, ‘’मंत्री जी की त्रासदी और असमय मृ‍त्‍यु को सभी वाहन चालकों को चेतावनी के रूप में लेना चाहिए। 
एक जीवन बचाना, एक जीवन बनाने के समान है और समाज में 
संभावित परिवर्तन लाने वाला ही भविष्‍य को सुरक्षित कर सकता है।‘’
नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प 
-युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक 9911111611, 7531949051
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केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल का शोक प्रस्‍ताव

केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल ने श्री गोपीनाथ मुंडे के निधन पर शोक व्‍यक्‍त किया
केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल ने आज ग्रामीण विकास, पेयजल सफाई तथा पंचायती राज मंत्री श्री गोपीनाथ मुंडे के निधन पर शोक व्‍यक्‍त किया है। मंत्रिमंडल ने निम्‍न शोक प्रस्‍ताव पारित किया : 
मंत्रिमंडल को ग्रामीण विकास, पेयजल सफाई तथा पंचायती राज मंत्री श्री गोपीनाथ मुंडे के 03.06.2014 को प्रात: नई दिल्‍ली में सड़क दुर्घटना में असामयिक निधन की दु:खद जानकारी मिली। 
श्री मुंडे जनाधार वाले जमीन से जुड़े राजनीतिज्ञ और लोकतंत्र समर्थक थे। श्री मुंडे का जन्‍म महाराष्‍ट्र के बीड के एक गांव में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी तथा जिला परिषद के स्‍कूलों में हुई और उन्‍होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्‍य के रूप में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। 
श्री मुंडे पांच बार महाराष्‍ट्र विधान सभा के लिए चुने गए। वह 1992-95 तक महाराष्‍ट्र विधान सभा में विपक्ष के नेता रहे। श्री मुंडे 1995 में महाराष्‍ट्र के उप मुख्‍यमंत्री बने। 2009 में वह लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए। 2014 में वह फिर लोकसभा के लिए चुने गए। श्री मुंडे को 26 मई, 2014 को केन्‍द्रीय मंत्रिपरिषद में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किया गया। 
मंत्रिमंडल राष्‍ट्रीय तथा राज्‍य स्‍तर पर विभिन्‍न रूपों में श्री गोपीनाथ मुंडे की सेवाओं के प्रति सराहना व्‍यक्‍त करता है। मंत्रिमंडल उनके त्रासदीपूर्ण निधन से हुई क्षति के प्रति दु:ख व्‍यक्‍त करता है। उनके असामयिक निधन से देश ने एक ऐसा अनुभवी और दूरदर्शी नेता खो दिया है, जिन्‍हें विभिन्‍न राजनीतिक दलों में सम्‍मान के साथ देखा जाता था। मंत्रिमंडल संपूर्ण राष्‍ट्र की ओर से शोकाकुल परिवार को अपनी गहरी सांत्‍वना देता है।
भारत सरकार की नई सू प्रौ नीति के अंतर्गत किसी भी विषय पर किसी व्यक्ति, समुदाय, धर्म तथा देश के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी दंडनीय अपराध है। इस प्रकार की टिप्पणी पर कानूनी कार्रवाई (सजा या अर्थदंड अथवा दोनों) का प्रावधान भी रखा गया है। अत: इस मंच में भेजे गए, किसी भी विचार का उत्तरदायित्व पूर्णत: लेखक का होगा।

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Tuesday, June 3, 2014

शोक समाचार

शोक समाचार 
एक कार दुर्घटना में संभवत: हृदयाघात के कारण केन्द्रीय ग्रा विकास व पंचायती राज मंत्री श्री गोपीनाथ पांडुरंग मुंडे (64 वर्ष) का निधन उनके परिवार ही नहीं, अपितु पूरे राष्ट्र के लिए दुखद  सन्देश लाया है। परमात्मा उनकी आत्मा को शांति प्रदान व उनके शोक संतप्त परिवार को यह दुःख व अपूर्णीय क्षति सहन करने की क्षमता प्रदान करें। 

clip

मंत्री गोपीनाथ मुंडे का आज प्रात: दिल्ली में एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया।  मुंडे का पार्थिव शरीर मुंबई ले जाया गया है। यहां से उनका पार्थिव शरीर उनके वर्ली स्थित पैतृक घर पर लाया गया। उनके घर पर राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे, हेमा मालिनी, छगन भुजवल सहित कई लोग उपस्थित थे। मुंडे का अंतिम संस्कार कल महाराष्ट्र में उनके पैतृक गांव वर्ली में किया जाएगा। 
एक सप्ताह पूर्व ही शपथ ग्रहण कर कार्य भार सँभालने वाले भाजपा के मराठी नेता से ग्रामीणों सहित देश को बहुत आशाएं थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंडे के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा है कि वह अपने मित्र मुंडे के निधन से अत्यंत दुखी और स्तब्ध हैं। वे ही नहीं पूरा देश स्तब्ध है।
ग्रामीण विकास मंत्री की गाडी के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिलने के बाद सबसे पहले एम्स पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने बताया कि मुंडे को पुनर्जीवित करने का डॉक्टरों ने हरसंभव प्रयास किया। मुंडे के सम्मान में दिल्ली, राज्य की राजधानियों और केंद्र शासित प्रदेशों में आज राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया गया।