Thursday, June 19, 2014

पेंशन प्रक्रिया में सुधार

पहली पेंशन मिलने में देरी कम- 
पेंशन प्रपत्रों के साथ शपथपत्र जमा करने-सेवानिवृत्ति की दिनांक पर पेंशन भुगतान की पहल 
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किया गृहमंत्रालय के टि्वटर खाते का आरम्भ 
सरकार के पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने के अभियान के अनुरूप केन्‍द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भारत सरकार के गृह मंत्रालय की सरकारी टि्वटर सेवा आरम्भ की। यह सेवा @HMOIndia है। 
इस अवसर पर राजनाथ ने कहा कि मंत्रालय की इस टि्वटर सेवा से लोगों को सरकार की ओर से लोगों को होने वाली महत्‍वपूर्ण घटनाओं की जानकारी मिल सकेगी। 
सरकार का मानना है कि सेवानिवृत्ति के बाद पहली बार पेंशन के भुगतान में देरी मुख्‍यत: दो कारणों से होती है। पहला पेंशनधारी से यह जानकारी मिलने में देरी कि पेंशन के कागज बैंक में पहुंच चुके हैं और दूसरा पेंशनधारी की ओर से बैंक को यह शपथ पत्र देने में देरी, कि वह उस धनराशि को लौटा देगा अथवा ऐसी किसी भी राशि की क्षतिपूर्ति करेगा जिसका उसे अधिकार नहीं है। 
राज्‍य सरकारों के पेंशन सचिवालयों के साथ हाल में एक कार्यशाला में कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्‍य मंत्री डा. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि सरकार ने निर्णय किया है आवश्‍यक ‘’शपथ पत्र’’ सरकारी कर्मचारी के कार्यालय के प्रमुख द्वारा प्राप्‍त किया जा सकता है और इसे पेंशन भुगतान आदेश के साथ पेंशन देने वाले बैंक के पास भेजा जा सकता है। पेंशन संबंधी प्रपत्रों के साथ यह शपथ पत्र मिलने पर बैंक शीघ्रातिशीघ्र पेंशनधारी के खाते में पेंशन राशि जमा कर सकता है। पेंशनधारी को प्रथम पेंशन आरम्भ कराने के लिए बैंक जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। 
इस प्रक्रिया में परिवर्तन का एक अतिरिक्‍त लाभ होगा कि पेंशन भुगतान आदेश सेवानिवृत्‍त कर्मचारी को अन्‍य सेवानिवृत्ति बकायों के साथ दिया जा सकता है। इससे पहले पेंशनधारी को पेंशन भुगतान आदेश की अपनी प्रति लेने के लिए बैंक जाना पड़ता था। 
सुधारों की पहल राज्‍य मंत्री डा. जितेन्‍द्र सिंह ने राज्‍य सरकार के पेंशन सचिवालय के साथ 12 जून 2014 को हुई बैठक में की।
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
बने मीडिया विकल्प; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।

Tuesday, June 17, 2014

मूलभूत सुविधा व ढांचागत सुधार

'निर्धन वित्‍तीय सहायता प्रोत्‍साहन' 
रोजगार के अधिक अवसर उत्पन्न करने के लिए शहरी गरीबों के लिए कौशल प्रशिक्षण
केन्‍द्रीय शहरी विकास मंत्री ने शहरी क्षेत्रों में गरीबों के लिए बैंकों से वित्‍तीय सहायता देने को प्रोत्‍साहन देने पर बल दिया 
वृक्षारोपण अभियान
उमा भारती ने राष्‍ट्रव्‍यापी वृक्षारोपण अभियान का शुभांरभ किया 
केन्‍द्रीय जल संसाधन मंत्री सुश्री उमा भारती ने आज एक राष्‍ट्रव्‍यापी वृक्षारोपण अभियान और नदियों को बचाने के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मंत्री महोदया ने केदारनाथ त्रासदी के शिकार हुए लोगों की स्मृति में दिल्‍ली में यमुना के किनारों पर पौधारोपण किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में सुश्री भारती ने कहा कि बड़ी मात्रा में वृ‍क्षारोपण अभियान से न केवल देश की नदियों के किनारे सुदृढ़ होंगे, बल्कि बाढ़ और मिट्टी के कटाव की संभावनाएं भी कम होंगी। इसी प्रकार के वृक्षारोपण कार्यक्रम गंगोत्री, हरिद्वार, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना, नबद्वीप और गंगासागर में भी आयोजित किए गए। 
उत्कृष्टता केन्द्र का उद्घाटन 
कलराज मिश्र ने भारतीय विज्ञान संस्थान, बंगलुरू में उत्कृष्टता केन्द्र का उद्घाटन किया
केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री श्री कलराज मिश्र ने आज बंगलुरू स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएस) परिसर में उत्कृष्टता केन्द्र का उद्घाटन किया। यह उत्कृष्टता केन्द्र एमएसएमई और आईआईएस, बंगलुरू के बीच हुए समझौते (एमओयू) के अधीन एक संयुक्त पहल है। आईआईएस अपने अनुसंधानकर्ताओं, बुद्धिजीवियों और प्राध्यापकों के ज्ञान भंडार से इस केन्द्र के माध्यम एमएसएमई क्षेत्र में नवरचना, प्रतिस्पर्धा और विकास में योगदान करेगा। 
यह केन्द्र उद्योगों के स्वदेशीकरण और मूल्य इंजीनियरिंग के लिए प्रक्रिया और उत्पाद डिजाइन तथा विकास के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगा। यह धारणा विस्तृत विचार-विमर्श के बाद तैयार की गई थी और इस कार्य के लिए आईआईएस में आठ विभागों को चिन्हित किया गया था। 
लघु उद्योग मंत्री ने इस प्रथम पहल के लिए, जिसमें सरकार और शिक्षाविद् उत्कृष्टता के इस केन्द्र के माध्यम सेवाएं उपलब्ध कराएंगे, किए गए प्रयासों के लिए मंत्रालय और आईआईएस को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उद्योग क्षेत्र विशेष कर एमएसएमई को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
मलिन बस्तियों का विकास
केन्‍द्रीय शहरी विकास, आवास और शहरी गरीबी उन्‍मूलन मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने आज मलिन बस्तियों का नये सिरे से विकास और शहरी गरीबों के लिए सस्‍ते मकान बनाने के उद्देश्‍य से, नई योजनाएं तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्‍होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में गरीबों को, बैंकों से वित्‍तीय सहायता देने को प्रोत्‍साहन दिया जाना चाहिए। 
नायडू ने आवास और शहरी गरीबी उन्‍मूलन मंत्रालय के वर्तमान कार्यों और नई प्रस्‍तावित योजनाओं की विशेषताओं को, अंतिम रूप देने के संबंध में अनेक समीक्षा बैठकें की। नायडू ने मलिन बस्तियों का नये सिरे से विकास करने और शहरी गरीबों के लिए सस्‍ते मकान बनाने के लिए, नई योजनाएं तैयार करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्‍होंने शहरी आजीविका कार्यक्रम में, कौशल उन्‍नयीकरण का क्षेत्र बढ़ाने का निर्देश दिया। 
नायडू ने अधिकारियों से कहा कि नई योजनाएं समाज के वंचित वर्गों, विशेषकर आर्थिक दुर्बल वर्गों अर्थात ईडब्‍ल्‍यूएस, एलआईजी आदि को अधिकतम लाभ देने के उद्देश्‍य से तैयार की जानी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि ये योजनाएं सरल होनी चाहिए और इनमें राज्‍य सरकारों, शहरी स्‍थानीय निकायों, सभ्य सामज/एनजीओ तथा बैंकों और वित्‍तीय संस्थानों को, सक्रिय रूप से शामिल किया जाना चाहिए। उन्‍होंने एक पारदर्शी और प्रतिस्‍पर्धी के प्रक्रिया के माध्यम, निजी साझेदारी को शामिल करने का आह्वान किया। 
वेंकैया नायडू ने कहा कि शहरों में अनुमानत: प्राय: एक करोड़ 90 लाख मकानों की भारी कमी के दृष्टिगत, सभी साझेदारों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। इसे ऐसे प्राय: एक करोड़ मकानों के संदर्भ में भी देखा जाना चाहिए, जो गत जनगणना के अनुसार खाली/बंद पड़े हैं। इसलिए केन्‍द्र और राज्‍य सरकारों के स्‍तर पर, प्रमुख नीतिगत परिवर्तन और सुधार करने की आवश्यकता है। उन्‍होंने कहा ‘’यदि हमने यही व्यव्हार बनाए रखा, तो 2020 तक तीन करोड़ मकानों की कमी हो जाएगी।‘’ सरकार उचित वित्‍तीय और गैर-वित्‍तीय छूट देने से पीछे नहीं हटेगी, किन्तु राज्‍य सरकारों को आवास और मूलभूत ढ़ांचा परियोजनाओं को, स्वीकृति तेजी से देनी होगी और सस्‍ती आवासीय परियोजनाओं के लिए उदार नियम बनाने होंगे। 
निर्माणाधीन मकान
नायडू ने प्राय: 3.77 लाख निर्माणाधीन मकानों को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया। 
उन्‍होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनाने के उद्देश्‍य से बैंकों से वित्‍तीय सहायता को प्रोत्‍साहन देने की आवश्यकता है, इसके लिए एक शीर्ष बैंक बनाने की आवश्यकता है, जो शहरी क्षेत्रों में वित्तीय सहायता की निगरानी कर सके।
उन्‍होंने शहरी गरीबों को कौशल प्रशिक्षण देने पर बल दिया, जिससे युवाओं के लिए आजीविका की स्‍थायी व्‍यवस्‍था हो सके। ‘’शहरी बेघरों के लिए आश्रय’’ योजना की समीक्षा करते हुए, उन्‍होंने सुझाव दिया कि व्‍यक्तिगत दानदाताओं, एनजीओ, धर्मार्थ संगठनों को शहरी बेघरों के लिए आश्रय के निर्माण और उनके रख-रखाव के लिए, प्रोत्‍साहित किया जाना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि एमपी-लैड योजना के अंतर्गत, बेघरों के लिए आश्रय के निर्माण की अनुमति लेने के लिए, वह सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्‍वयन मंत्रालय के साथ बातचीत करेंगे। 
केन्‍द्रीय शहरी विकास मंत्री ने घोषणा की कि कुछ और शहरों को राष्‍ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत लाया जाएगा, जिससे शहरों में रह रहे अधिकतम गरीबों को लाभ मिल सके। सभी शहरों में शहरी आजीविका केन्‍द्र स्‍थापित किये जाएंगे, जहां गरीबों को अपने उत्‍पाद प्रदर्शित करने और उन्‍हें बेचने की सुविधा होगी। 
मंत्रालय में सचिव श्रीमती अनिता अग्निहोत्री ने मंत्री महोदय को आश्‍वासन दिया कि मंत्रालय एक निश्चित समय सीमा के भीतर उनके निर्देशों को कर्यरूप में लाएगा। 
ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड सुविधा 
बीएसएनएल और एमनटीएनएल के प्रदर्शन पर कड़ी निगरानी 2,50,000 ग्राम पंचायतों को तीन वर्ष के अंदर ब्रॉडबैंड सुविधा दी जाएगी 
संचार तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की प्रमुख प्राथमिकता, भारत को वैश्‍विक इलेक्‍ट्रॉनिक निर्माण का केंद्र बनाना है। 
संचार तथा सूचना प्रौद्योगिकी तथा विधि और न्‍याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि विगत में गलत कारणों से विभाग के चर्चा में रहने के कारण विभाग का मनोबल सुखद स्‍थिति में नही है। प्रसाद ने स्पष्ट रूप में कहा कि अब निर्णय योग्‍यता के आधार पर लिया जाएगा और अब पैरवी के दिन लद गए। उन्‍होंने सभी अधिकारियों से कहा कि वे खुले रूप में निर्णय लेना सीखें जिससे भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था के सबसे महत्‍वपूर्ण क्षेत्र का विकास सुनिश्‍चित हो सके। प्रसाद ने बीएसएनएल तथा एमटीएनएल के कार्य प्रदर्शन और मूलभूत संरचना में सुधार पर बल देते हुए कहा कि यह प्राथमिकता का महत्‍वपूर्ण क्षेत्र है। उन्‍होंने कहा कि वे स्‍वयं बीएसएनएल और एमटीएनएल के कामकाज की सक्रिय निगरानी करेंगे। इसके लिए उनके कक्ष में उचित उपकरण लगाने का निर्देश दिया गया है। उन्‍होंने कहा कि किसी विशेष सर्किल में 'बेस ट्रांसमिशन स्‍टेशन' संतोषजनक ढंग से काम नहीं करने के मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। 
संचार मंत्री ने कहा कि तीन वर्षों मे, देश के 2,50,000 ग्राम पंचायतों में 'ब्रॉडबैंड' सुविधा दे दी जाएगी। आज नई दिल्‍ली में संचार भवन में संवादाताओं से बातचीत में, संचार मंत्री ने कहा कि चालू वित्‍त वर्ष में 50,000 ग्राम पंचायतों को कार्य विस्तार करने का लक्ष्‍य है, तथा 2015-16 और 2016-17 प्रत्‍येक वर्ष में एक लाख ग्राम पंचायतों में कार्य विस्तार किया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि बीएसएनएल और एमटीएनएल के प्रदर्शन में सुधार प्राथमिकता है, जिससे व्यापक उपभोक्‍ता संतुष्‍टि के लिए, इन संगठनों की सेवाओं में सुधार किया जाए। 
प्रसाद ने कहा कि सरकार देश के पूर्वोत्‍तर क्षेत्र में, दूरसंचार नेटवर्क में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। 5,000 करोड़ की अनुमानित लागत से 8,000 मोबाइल टावर लगाए जाएंगे। प्रसाद ने बताया कि राष्‍ट्रव्‍यापी मोबाइल नेटकर्क पोर्टेबिलिटी(एमएनपी) के लिए, सिद्धांत रूप में स्वीकृति दे दी गई है और ट्राई की अनुशंसाएँ आने के बाद इसे लागू किया जाएगा। 
इलेक्‍टॉनिक्‍स विभाग तथा सूचना प्रौद्योगिकी की प्राथमिकता के बारे में, रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि इलेक्‍ट्रॉनिक निर्माण प्राथमिकता का क्षेत्र है। इस क्षेत्र में दो करोड़ 80 लाख लोगों को रोजगार देने की क्षमता है। उन्‍होंने बताया कि मंत्रालय ने संशोधित विशेष प्रोत्‍साहन सब्‍सिडी योजना के लिए, आठ नए क्षेत्रों की पहचान की है। इन क्षेत्रों में गाजियाबाद(उत्‍तर प्रदेश), वडोदरा और गांधी नगर(गुजरात), नागपुर, नासिक, औरंगाबाद तथा थाणे(महाराष्‍ट्र) शामिल है। 
उन्‍होंने बताया कि मंत्रालय ने भोपाल, भुवनेश्‍वर, हैदराबाद, महेश्‍वरम्, भिवाड़ी, जबलपुर, होसुर तथा काखानाडा में ग्रानफील्‍ड निर्माण गलियारा विकसित करने का काम हाथ में लिया है। प्रसाद ने कहा कि देश में मोबाइल फोन के क्षेत्र में विकास तथा उपभोक्‍ताओं के कल्‍याण के दो लक्ष्‍यों को ध्‍यान में रखते हुए, वह स्‍पेक्‍ट्रम संबंधी विषयों के लिए पारदर्शी प्रबंधन करने की प्रक्रिया में है। 
डाक विभाग की प्राथमिकताओं के बारे में रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि उनका मंत्रालय वित्‍तीय समावेश के लिए 'पोस्‍टल बैंकिंग' स्‍थापित करने पर काम कर रहा है। उन्‍होंने बताया कि देश के एक लाख 55 हजार डाकघरों में, कुल बचत जमा 6 लाख करोड़ रुपए है। 'प्रसाद ने कहा कि 'ब्रॉडबैंड कनेक्‍टिविटी' परियोजना के लिए 20 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। उन्‍होंने बताया कि बीएसएनएल, पावर ग्रिड कारपोरेशन तथा रेलटेल तीन पायलट परियोजनाओं पर काम कर रही हैं और इन्‍हें चरणबद्ध ढंग से पूरे देश में फैलाया जाएगा।
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
बने मीडिया विकल्प; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।

Monday, June 16, 2014

मौनव्रत धारी मीडिया- नकारात्मकता पर शर्म ?

अब शर्मनिरपेक्ष मीडिया को साँप सूंघ गया क्या, जो हिंदू संतों के पीछे पड़ा रहते हैं?? 
आज तक दिनरात भोंकनेवाले चैनल, मौनव्रत धारी हो गए ? 
या अपनी नकारात्मकता पर शर्म आ रही है ? 

मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
बने मीडिया विकल्प; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।

मोदी लौटकर दिल्ली पहुंचे

मोदी सम्बन्धो का नया अध्याय बना लौटकर दिल्ली पहुंचे 
दिल्ली के लिए वापस. यह भूटान यात्रा संस्मरण मेरी स्मृति में उकेरा रहेगा. यह एक बहुत ही संतोषजनक और उत्पादक यात्रा थी।  
भूटान की संसद को संबोधित किया।  भूटान आगे बढ़ता है, और भारत भी भूटान का समर्थन करने के लिए आगे कदम उठाने लगता है।  एक छोटी सी अवधि में, भूटान ने लोकतांत्रिक संस्थाओं में अपार विश्वास विकसित किया है।  यह भूटान की विकास यात्रा के लिए अद्भुत है।  
भूटान के गत बजट में शिक्षा के लिए बड़ी राशी आवंटन के बारे में जान कर प्रसन्न हुआ।  यह भविष्य की पीढ़ियों की भलाई के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाता है! भारत भूटान में एक ई लाइब्रेरी नेटवर्क बनाने की योजना है और हम भूटान के छात्रों को दी जा रही छात्रवृत्ति दोगुना करेंगे। 
भारत और भूटान के बीच बंधन आगे बढ़ सकता है! http://nm4.in/1kXqTjQ
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
 मीडिया विकल्प बने; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।

Friday, June 13, 2014

जनादेश प्राप्ति का एक माह पूर्ण

वन्देमातरम, इन सांसदों/मंत्रियों को जनादेश प्राप्ति का एक माह पूर्ण हुआ।
तथा सत्ता परिवर्तन के 20 दिन।
पूर्ववर्ती सरकार से इनकी कार्यशैली श्रेष्ठ है, इसका शुभारम्भ तो यही संकेत दे रहा है। किन्तु सर मुंडाते ही ओले पड़ने लगे इसके संकेत भी प्रारम्भ से मिलने लगे। वर्षों पूर्व का एक गीत स्मरण अ रहा है
राष्ट्र भक्ति ले ह्रदय में, हो खड़ा यदि देश सारा
संकटों पर मात कर यह राष्ट्र विजयी हो हमारा
और जिस देश का प्रधान मंत्री 125 करोड़ जनता को साथ लेकर उनके हित के लिए कार्यशील हो,
उसके मार्ग से तो बाधाओं को भी किनारा करना पड़ेगा। हमारा यह राष्ट्र विजयी हो कर रहेगा।
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
 मीडिया विकल्प बने; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।

Wednesday, June 11, 2014

साझा क्षेत्र संस्‍कृति और पर्यटन मंत्रालय

संस्‍कृति मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय ने साझा क्षेत्रों की पहचान की 
पर्यटन और संस्‍कृति राज्‍य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपद येस्‍सो नाइक ने आज यहां पर्यटन मंत्रालय और संस्‍कृति मंत्रालय के वरि‍ष्‍ठ अधि‍कारि‍यों की बैठक की अध्‍यक्षता की‍ तथा संभावि‍त साझा क्षेत्रों के बारे में चर्चा की। बैठक को संबोधि‍त करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि‍ मौजूदा परि‍योजनाओं में समन्‍वय के मुद्दे की पहचान की जानी चाहि‍ए और दोनों मंत्रालयों को ऐसी नई परि‍योजनाएं हाथ में लेनी चाहि‍ए जि‍से साझा कर सके। उन्‍होंने नि‍र्देश देते हुए कहा कि‍ प्रधानमंत्री के पास मंत्रालय की प्रस्‍तुति‍ के समय साझा क्षेत्रों का उल्‍लेख कि‍या जाना चाहि‍ए। श्री नाइक ने वि‍शेष रूप से भारत महोत्‍सव/रोड शो, पुरातात्‍वि‍क धरोहरों और वि‍रासत स्‍थलों से संबंधि‍त परि‍योजनाएं, स्‍वच्‍छ भारत अभि‍यान और प्रचार तथा ब्रांड भारत की छवि‍ बनाने आदि‍ के बारे में चर्चा की।
बैठक के दौरान दोनों मंत्रालयों के अधि‍कारि‍यों द्वारा कई साझा क्षेत्रों की पहचान की गई। ‍ 
भारत जब तक इतिहास को, जीता था भारत था | 'इंडिया' बन, इतिहास भूलने
व बिगाड़ने की; पतन की राह चलने लगा | आओ, मिलकर इसे बनायें; - तिलक
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
 मीडिया विकल्प बने; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।

Sunday, June 8, 2014

विकास समर्पित नीतियां व क्रियान्वयन

प्रधानमंत्री ने नीति निर्माण के ढांचे बनाने में बुद्धिजीवी वर्ग के सुझाव को बढ़ावा देने का आह्वान किया 
‘’गैटिंग इंडिया बैक ऑन ट्रैक- एन एक्शन एजेंडा फोर रिफॉर्म’’ नामक पुस्तक का विमोचन 
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि नीति निर्माण के उत्तम ढांचे के लिए बुद्धिजीवी सलाहकारों द्वारा दी गई राय को, पूरे ध्‍यान के साथ आगे बढ़ाना चाहिए। 
      प्रधानमंत्री ने आज नई दिल्‍ली के 7-रेसकोर्स रोड स्थित अपने निवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में ‘’गैटिंग इंडिया बैक ऑन ट्रैक- एन एक्‍शन एजेंडा फोर रिफॉर्म’’ नामक पुस्‍तक का विमोचन किया।  इस पुस्‍तक का संपादन बिबेक देबरॉयएशले टेलीज और रीस ट्रैवर ने किया है। पुस्‍तक के प्रकाशक है कार्नेगी एंडोमेंट फोर इंटरनेशनल पीस।
      श्री मोदी ने कहा कि नीति संबंधी निर्णयों में उत्तम ढंग से योगदान देने के लिए विश्‍वविद्यालयों को भी विकास प्रक्रिया के अनुसंधान और विश्‍लेषण में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि मुलभुत सुविधाओं के क्षेत्र में ध्‍यान 'आईवेज' से हटकर अब 'आई-वेज' और 'ऑप्टिकल फाइबर' के नेटवर्क पर केंद्रित करना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि पुराने समय में शहर नदियों के किनारे बसाए जाते थेऔर आज (हाइवेज) राजमार्गों के किनारे बनाए जाते हैं, किन्तु भविष्‍य में शहर 'ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क' और आगामी पीढ़ी को मिल सकने वाली मूलभूत सुविधाओं की उपलब्‍धता के आधार पर बसाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि शहरीकरण को एक समस्‍या के रूप नहीं, बल्कि एक अवसर के रूप में मानना चाहिए। यदि हमें श्रेष्ठता के लिए रोजगार जुटाने हैं और परिवर्तन लाना है, तो हमें 100 आधुनिक शहरों का निर्माण करने की योजना बनानी है। प्रधानमंत्री ने भविष्‍य के विकास के क्रांतिकारी एजेंडे का सुझाव देते हुए राष्‍ट्रीय झंडे के तीन रंगों का उल्‍लेख किया।
हरे रंग से आरम्भ करते हुए उन्‍होंने कहा कि बढ़ती कृषि उत्‍पादकतामूल्‍य संवर्धनकृषि प्रौद्योगिकी भंडारण के विकेन्‍द्रीकरण पर ध्‍यान केन्द्रित करते हुए, हमें दूसरी हरित क्रांति लाने की आवश्यकता है।
सफेद रंग का उल्लेख करते हुए उन्‍होंने कहा कि श्‍वेत क्रांति को अब दूध की उत्‍पादकता बढ़ाने और पशुओं के स्‍वास्‍थ्‍य को सुनिश्चित करने के लिए एक समर्थन प्रणाली विकसित करने पर ध्‍यान देना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवा रंग ऊर्जा का प्रतिनिधित्‍व करता है। हमें भगवा क्रांति की आवश्यकता है, जिसमें भारत की बढ़ती हुई ऊर्जा मांग को पूरा करने के लिए, सौर ऊर्जा जैसे अक्षय ऊर्जा स्रोतों पर ध्‍यान केन्द्रित किया जाता है। राष्‍ट्रीय ध्‍वज में अशोक चक्र के नीले रंग से प्रेरित होकर उन्‍होंने कहा कि नील क्रांति के रूप में सजावटी मछलियों सहित मत्‍स्‍य उद्योग क्षेत्र पर ध्‍यान केन्द्रित किया जाना चाहिए।
श्री मोदी ने जल संरक्षण की आवश्‍यकता पर बल दियाऔर लधु-सिंचाई के महत्‍व पर प्रकाश डाला। उन्‍होंने कहा कि इससे ''प्रति बूंदअधिक फसल'' प्राप्त करने में सहायता मिल सकती है। उन्‍होंने कहा कि गुजारात में गन्‍ने जैसी फसलों की उत्‍पादकता और गुणवत्‍ता में सुधार लाने में लधु-सिंचाई अत्‍यंत सफल रही है।
उन्‍होंने कहा कि हमें जन सांख्यिकीय लाभों का दोहन करना चाहिए, क्‍योंकि हमारी 65% आबादी 35 वर्ष से कम आयु की है। इसके लिए कौशल विकास को प्राथमिकता क्षेत्र बनाने की आवश्‍यकता है। शिक्षणनर्सिंग और अर्ध-चिकित्‍सीय जैसे कौशलों की चर्चा करते हुए, उन्‍होंने कहा कि अच्‍छे शिक्षक समाज की सबसे बड़ी आवश्‍यकता है, किन्तु गिनेचुने अच्‍छे शिक्षक ही उपलब्‍ध है। प्रधानमंत्री ने पूछा कि क्‍या भारत ऐसे अच्‍छे शिक्षकों का निर्यातक बन सकता है जो समूची वैश्विक पीढ़ी की परिकल्‍पना कर सके। उन्‍होंने कहा कि यदि भारत को चीन के साथ प्रतिस्‍पर्धा करनी है, तो कौशलआकार और गति पर ध्‍यान केन्द्रित करना होगा। 
धरती का तापमान बढ़ने और जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने की आवश्‍यकता के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि नदियों को मां समझने वाली सभ्‍यता को, पर्यावरण संरक्षण के बारे में पश्चिमी जगत से सीखने की आवश्‍यकता नहीं है।
इस अवसर पर वित्‍तकंपनी मामले और रक्षा मंत्री श्री अरूण जेटली ने कहा कि इस पुस्‍तक के विमोचन का, इससे उचित समय कोई नहीं हो सकता। श्री जेटली ने कहा कि सरकार को न केवल शासन की इच्‍छा रखनी चाहिए, बल्कि उसमें शासन करने की विश्‍वसनीयता भी होनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि अंतर्राष्‍ट्रीय समुदाय, एक बार फिर भारत की ओर देख रहा हैऔर यह ऐसा अवसर है जिसे हमें गवांना नहीं चाहिए।
सड़क परिवहन राज्‍य मंत्री ने कोटपुतली का प्रवास और क्षतिग्रस्‍त राजमार्ग का निरीक्षण किया 
सड़क परिवहन, राजमार्ग और जहाजरानी राज्‍य मंत्री श्री कृष्‍ण पाल गुर्जर ने केन्‍द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी के निर्देश पर राजस्‍थान में क्षतिग्रस्‍त राजमार्ग का निरीक्षण किया। उन्‍होंने राजमार्ग पर यातायात की भीड़भाड़ को भी देखा। इसके बाद संवाददाताओं से बातचीत में कोटपुतली में उन्‍होंने कहा कि केन्‍द्रीय सड़क अनुसंधान संस्‍थान से इस मुद्दे की जांच करने और आगामी माह की दिनाक 10 तक रपट देने को कहा जा रहा है। इस रपट को भारतीय राष्‍ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा और राष्‍ट्रीय राजमार्ग पर त्रुटियों के लिए दोषी पक्षों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 
श्री गुर्जर ने बताया कि राजमार्ग के साथ लगी सर्विस रोड़ की आगामी दो दिनों में मरम्‍मत की जाएगी, ताकि यातायात बढ़ा से मुक्ति मिल सके। उन्‍होंने यह भी कहा कि इस राजमार्ग पर 21 सड़क पुल तैयार हैं, जिन्‍हें 25 जून को खोल दिया जाएगा। उन्‍होंने विश्वास दिलाया कि दिल्‍ली–जयपुर राजमार्ग पर काम एक वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा। श्री गुर्जर ने कहा कि यदि ठेकेदार काम पूरा नहीं करेंगे, तो एनएचएआई से काम निर्धारित समय सीमा में पूरा करने को कहा जाएगा। इस परियोजना के काम को 2011 तक पूरा किया जाना था। 
वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरूप राहा का नासिक और बैंगलोर प्रवास 
1. वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरूप राहा आज से दो दिन के नासिक और बैंगलोर के प्रवास पर हैं। वे वहां पर प्रबंधन कमान इकाइयों की परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे। वे नासिक और बैंगलोर में एचएएल के दोनों विभागों का प्रवास भी करेंगे। उनके साथ रक्षा उत्‍पादन सचिव श्री जी सी पति भी जाएंगे। वे, वायुसेना प्रमुख को एचएएल के तहत आने वाली सभी विमान परियोजनाओं के प्रबंधन के लिए एचएएल और आईएएफ के बीच सहयोग बढ़ाने पर जानकारी उपलब्‍ध कराएंगे। जब से वायुसेना की चालन क्षमताएं एचएएल पर निर्भर हुई हैं, तब से इन प्रवासों का महत्‍व बढ़ गया है। 
2. नासिक पहुंचने पर, वायु सेना प्रमुख और रक्षा उत्‍पादन सचिव का स्‍वागत एयर कमडर एस पडगांवकर करेंगे और उन्‍हें इस महत्‍वपूर्ण प्रबंधन सहायता आधार की गतिविधियों की जानकारी देंगे। इस मध्य वायुसेना प्रमुख बीआरडी के उपकरण और संरचना का भी अवलोकन करेंगे। नासिक के एचएएल विभाग पहुंचने पर दोनों का स्‍वागत एचएएल अध्‍यक्ष डॉ. आर के त्‍यागी करेंगे। नासिक का यह विभाग में एसयू-30 का निर्माण लाइसेंस, मरम्‍मत, जांच और मिग श्रृंखला विमान का उन्‍नयन की गतिविधियों में शामिल है। यह विभाग कलपुर्जों की सप्‍लाई भी करता है। वायु सेना प्रमुख, 25 ईडी स्थित भारतीय वायुसेना के माल प्रबंधन संस्‍थान का प्रवास भी करेंगे।
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
बने मीडिया विकल्प; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।